कदम्ब कुण्ड बना कर्मभूमि: स्वामी बालमुकुंदाचार्य ने दिखाया जल संरक्षण का जीवंत उदाहरण ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं।

जयपुर, 23 जून।
जल संरक्षण को जन आंदोलन में बदलने की दिशा में हवामहल विधायक स्वामी बालमुकुंदाचार्य महाराज ने रविवार को एक प्रेरणादायक पहल की। उन्होंने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ऐतिहासिक कदम्ब कुण्ड में श्रमदान कर न केवल एक मिसाल पेश की, बल्कि लोगों को पानी बचाने का संकल्प भी दिलाया।
गैटोर की छतरियों के पीछे अरावली की पहाड़ियों से घिरे, हरियाली से परिपूर्ण और महाभारत काल से जुड़े इस प्राचीन स्थल पर कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। श्रद्धांजलि के पश्चात सभी कार्यकर्ताओं ने कुण्ड में जमा कचरा और मिट्टी फावड़ों और परातियों की मदद से मानव श्रृंखला बनाकर बाहर निकाला।
स्वामी बालमुकुंदाचार्य ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं। ‘वंदे गंगा’ अभियान केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन-जन का अभियान बन रहा है। जल ही जीवन है, और इस जीवन की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।”
उन्होंने बताया कि हवामहल विधानसभा क्षेत्र में कुण्डों, तालाबों, विद्यालयों, अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई का अभियान जारी है। यह केवल स्वच्छता नहीं, बल्कि भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है।
कदम्ब कुण्ड पर हुआ यह आयोजन यह साबित करता है कि जब जनप्रतिनिधि खुद आगे आकर श्रमदान करते हैं, तो समाज में बदलाव की लहर अवश्य उठती है।