
जयपुर
बटुक भैरव धाम मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा जारी, प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल
जयपुर, आमेर: आमेर के बटुक भैरव धाम मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण का मामला गंभीरता से उठता जा रहा है। स्थानीय निवासियों द्वारा शिकायत के बावजूद देवस्थान विभाग और निगम प्रशासन की कार्रवाई सुस्त नजर आ रही है। जानकारी के अनुसार, मंदिर की असल जमीन पर वर्षों से अवैध निर्माण हो रहा है, जिसे हटाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। परंतु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
घटना की पृष्ठभूमि: महंत की करुणा का गलत फायदा
मंदिर के पूर्व महंत ने करुणा के तहत एक बेसहारा बच्चे को अपने संरक्षण में लिया और उसकी शिक्षा, शादी, और परिवार बसाने तक की जिम्मेदारी निभाई। लेकिन महंत की मृत्यु के बाद यह व्यक्ति धीरे-धीरे मंदिर की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश में लग गया। उसने महंत के बेटे को गलत आदतों का शिकार बना कर और अन्य हिस्सेदारों को पैसे का लालच देकर मंदिर की जमीन पर कब्जा करना शुरू किया। भूमाफियाओं की सहायता से इस व्यक्ति ने अवैध निर्माण करवा कर मंदिर की पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
देवस्थान विभाग की चेतावनी पर भी कार्रवाई शून्य
स्थानीय लोगों ने देवस्थान विभाग में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद विभाग ने निगम प्रशासन को लिखित आदेश भेजे कि मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर, दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। परंतु प्रशासन की ढिलाई के चलते आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
परिवार की स्थिति और भविष्य का सवाल
वर्तमान में मंदिर महंत का असली परिवार कठिन परिस्थितियों में है, जहां महंत के बेटे का इलाज अस्पताल में जारी है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या प्रशासन इस मामले में न्याय दिलाने में सक्षम होगा। क्या बटुक भैरव धाम मंदिर को अतिक्रमण मुक्त कर इसकी गरिमा बहाल की जा सकेगी, यह तो भविष्य में ही सामने आएगा।
क्या प्रशासन जागेगा?
प्रश्न यह उठता है कि स्थानीय प्रशासन की उदासीनता से क्या इस मामले में न्याय हो पाएगा? क्या भूमाफियों के खिलाफ कार्रवाई होगी? या फिर यह मामला भी अन्य विवादित मामलों की तरह दबकर रह जाएगा।