कैसे करती है पुलिस आम जन को प्ररेशान, जब रक्षक ही भक्षक बन जाए ।
2 करोड़ 50 लाख रुपए की उगाई करते कई पुलिस वालों के खिलाफ पीड़ित पहुचा कोर्ट ।

जयपुर, क्राइम डेक्स
कहते है कि जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आम आदमी की सभी उमीद खत्म हो जाती है ।
ऐसा ही एक मामला व्यावर राजस्थान में देखने को मिला है जब एक ट्रांसपोर्ट मालिक से पुलिस ने महीने की चोथवसुली बंदी मांगनी शुरू की । पीड़ित का व्यापार ट्रांसपोटर्स का था तो उसने विजयनगर पुलिस थाने के 2 सिपाहियों को 10 हजार रुपए देना शुरू कर दिया लेकिन ये 10 हजार रुपए कब 2 करोड़ 50 लाख तक आ गए इसका खुलासा खुद पीड़ित ने बताया शम्भू सिंह ने बताया कि पहले तो सिर्फ 10 हजार रुपए की बात थी पर पुलिस का जुल्म इतना बढ़ता गया कि में परेसान होने लग गया , पुलिस ने पैसे वसूलने के लिए मुझे हनीट्रैप में भी फसा दिया में कुछ दिन जेल भी चला गया मेने इतनी यातनाएं झेली है जिसकी में बयां नही कर सकता हु । अब न्यायालय ने फिर से जांच करवाने के लिए पूरा केस SOG को देने की बोली है अगर SOG सही से जांच करती है तो पूरा पुलिस महकमा ही सवालों के घेरे में आ जाएगा । हमने तो जांच CBI से करवाने की मांग की है । साथ ही शम्भू सिंह ने ये भी बताया कि मेंने पैसे भी ट्रांसफर किए है वो सभी ऑनलाइन किए है इससे ये भी साफ हो गया है कि ये सभी पेमेंट पुलिस के बताए अधिकारियों के खातों में गए है इसमे थाने के SHO, SP, ASI, सिपाही,सब को ऑनलाइन ट्रांसफर किए है । अब लगातार पुलिस मेरे परिवार को ओर मिलने वालों को धमकी दे रही है कि राजीनामा कर लर लो में पिछले कुछ महीने से घर भी नही गया हूं कारण है कि बार बार मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है में छुपता फिर रहा हु पुलिस से अब पुलिस ने जो पैसे लिए है वो मुझे वापस लौटने की बोल रही है लेकिन अब मामला कोर्ट में तो में बस अब न्याय की मांग कर रहा हु ओर दोषी पुलिस कर्मियों को सजा मिले बस ।