सूदखोर ने दबाया, पुलिस ने ठुकराया — व्यापारी ने खुद को जलाया….।

जयपुर।
सेठी कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय हैंडीक्राफ्ट व्यापारी राजेश शर्मा ने सोमवार सुबह ट्रांसपोर्ट नगर थाने के बाहर खुद को आग लगा ली। वह करीब 55 प्रतिशत झुलस चुके हैं और एसएमएस अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती हैं।
परिजनों के अनुसार, राजेश ने अपने पूर्व साझेदार कैलाश माहेश्वरी निवासी दुर्गापुरा से 1.50 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। वह 2.60% मासिक दर से ब्याज चुका रहे थे।
करीब ढाई साल में उन्होंने 1.17 करोड़ रुपए सिर्फ ब्याज में चुका दिए, लेकिन मूलधन अब भी जस का तस बना हुआ था।
शनिवार सुबह कैलाश माहेश्वरी ब्याज मांगने उनके घर पहुंचा और फोन पर पत्नी व बेटियों के सामने गाली-गलौज की। राजेश ने उसी दिन ट्रांसपोर्ट नगर थाने में रिपोर्ट दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रविवार को फिर थाने गए तो थानाधिकारी ने कथित रूप से डांटा और धमकाया।
सोमवार सुबह राजेश थाने पहुंचे और बाहर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। जलती हालत में अंदर घुसे, जहां पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझाई और एसएमएस अस्पताल पहुंचाया।
राजेश के भाई अशोक शर्मा के अनुसार, कर्ज की राशि से राजेश ने आगरा रोड के पास 75 बीघा जमीन में निवेश किया था।
आरोप है कि कैलाश माहेश्वरी ने कागजी चालबाजियों से पॉवर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम करवा ली और जमीन बेच दी।
परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना नहीं होती। अस्पताल में राजेश के पुलिस और मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज किए गए हैं।
⚖️ बिना लाइसेंस ब्याज पर रकम देना अपराध की श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह मामला सूदखोरी, ठगी और मानसिक उत्पीड़न के तहत दर्ज किया जा सकता है।
नॉट- थाने की फोटो हमारी टीम ने गूगल से ली है ।