
जयपुर।
राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी की पार्टी भारत वाहिनी पार्टी समेत 9 राजनीतिक दलों पर चुनाव आयोग की नजर टेढ़ी हो गई है। आयोग ने इन पार्टियों को नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब तलब किया है।
आयोग का कहना है कि इन पार्टियों ने पिछले 6 वर्षों में किसी भी चुनाव में भाग नहीं लिया, ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ये दल अब सक्रिय हैं भी या नहीं।
अप्रैल 2018 में बनी थी भारत वाहिनी पार्टी
बीजेपी नेता घनश्याम तिवाड़ी ने अप्रैल 2018 में बीजेपी से अलग होकर भारत वाहिनी पार्टी बनाई थी। उन्होंने पार्टी की कमान बेटे अखिलेश तिवाड़ी को सौंपी थी और उसी साल सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
हालांकि, उसके बाद से यह पार्टी चुनावी राजनीति से पूरी तरह गायब रही है।
चुनाव आयोग ने मांगा जवाब
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी कर कहा है कि इन दलों को 15 दिन में स्पष्ट करना होगा कि उन्होंने अपनी राजनीतिक गतिविधियां पूरी तरह बंद कर दी हैं या अब भी सीमित स्तर पर सक्रिय हैं। यदि समयसीमा में जवाब नहीं मिला, तो रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई की जा सकती है।
ये 9 पार्टियां आयोग के निशाने पर
भारत वाहिनी पार्टी के अलावा इन पार्टियों को भी नोटिस जारी किया गया है:
राजस्थान जनता पार्टी
राष्ट्रीय जन सागर पार्टी
खुशाल किसान पार्टी
भारतीय जन हितकारी पार्टी
नेशनल जनसत्ता पार्टी
नेशनलिस्ट पीपुल्स फ्रंट
स्वच्छ भारत पार्टी
महाराणा क्रांति पार्टी
मान्यता रद्द होने की संभावना
अगर ये दल अपनी सक्रियता का प्रमाण नहीं दे पाए तो जल्द ही इन्हें चुनाव आयोग की रजिस्टर्ड लिस्ट से बाहर किया जा सकता है। इससे राजस्थान में दर्ज कई छोटी पार्टियों की राजनीतिक मान्यता पर खतरे की तलवार लटक रही है।
नोंट- घनश्याम तिवाड़ी की फ़ोटो गूगल से ली गई है ।