
जयपुर।
बैंकों के निजीकरण, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, आउटसोर्सिंग पर रोक और कर्मचारियों की नियमित भर्ती जैसी मांगों को लेकर आज देशभर में बैंक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे। इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में सार्वजनिक, निजी, सहकारी, ग्रामीण और विदेशी बैंकों के अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे।
राजस्थान प्रदेश बैंक कर्मचारी यूनियन के महासचिव महेश मिश्रा ने बताया कि जयपुर में सुबह 10:30 बजे बैंक ऑफ इंडिया, सी-स्कीम शाखा के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद श्रम आयुक्त कार्यालय तक रैली निकालकर संयुक्त विरोध दर्ज कराया जाएगा।
हड़ताल का असर इन सेवाओं पर पड़ेगा:
बैंकों में जमा-निकासी, पासबुक अपडेट, ड्राफ्ट और चेक क्लीयरेंस जैसे कार्य रुक सकते हैं ।
बीमा, डाक, आयकर और टेलीकॉम जैसी सेवाओं में भी कामकाज प्रभावित रहेगा
सरकारी व निजी कार्यालयों में भी उपस्थिति और कार्य बाधित होने की संभावना
कर्मचारियों की प्रमुख मांगे:
1. बैंकों के निजीकरण पर रोक , 2 पुरानी पेंशन योजना की बहाली ,3 पांच दिवसीय बैंकिंग व्यवस्था ,4 आउटसोर्सिंग और संविदा प्रणाली समाप्त हो , 5 सभी क्षेत्रों में नियमित भर्ती ,6 कॉरपोरेट लोन की सख्त वसूली , 7 न्यूनतम वेतन ₹26,000 किया जाए , 8 सेवा शुल्क में कमी ,9 जीवन व स्वास्थ्य बीमा पर GST हटाया जाए ,10 मनरेगा जैसी योजनाओं का विस्तार और रोजगार के अवसर बढ़ें
सरकार लगातार श्रमिक विरोधी नीतियां अपना रही है
10 वर्षों से वार्षिक लेबर कॉन्फ्रेंस नहीं हुई
नए लेबर कोड से ट्रेड यूनियनों को कमजोर करने की कोशिश
निजीकरण और ठेकेदारी को बढ़ावा देकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
कर्मचारियों ने चेताया है कि यदि सरकार इन मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं करती तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।