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राजनीति का रणनीतिकार: डॉ. चेतन प्रकाश राजपुरोहित ।

विद्यार्थी परिषद से भाजपा तक का मजबूत सफर ।

बीकानेर | विशेष संवाददाता / मनोज शर्मा

 

राजस्थान की राजनीति में संगठन की रीढ़ माने जाने वाले चेहरों में एक नाम जो वर्षों से दृढ़ता, समर्पण और विश्लेषण क्षमता के लिए जाना जाता है — डॉ. चेतन प्रकाश राजपुरोहित । बीकानेर से भाजपा की यात्रा में गुप्त रणनीति, बूथ स्तर की सशक्तता और मीडिया पर पार्टी का प्रखर पक्ष रखने में आपने जो योगदान दिया है, वह आज प्रदेश संगठन की कार्यप्रणाली में एक मिसाल बन चुका है।

2 मार्च 1966 को जन्मे डॉ. राजपुरोहित ने बी.एससी. (कृषि), एम.एलआईबी और पीएच.डी. जैसे शैक्षणिक उपाधियों के साथ अपना बौद्धिक आधार मजबूत किया। सक्रिय राजनीति में प्रवेश अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुआ, जहाँ वे महानगर अध्यक्ष से लेकर विभाग प्रमुख तक के पदों पर रहे।

इसके पश्चात भारतीय जनता पार्टी में उन्होंने मीडिया, चुनाव प्रबंधन और संगठनात्मक डेटा विश्लेषण जैसे क्षेत्रों में अपनी गहरी समझ का परिचय दिया।

भाजपा के लिए रणनीतिक आधार तैयार किया

प्रदेश मीडिया टीम के सदस्य,

चुनाव प्रबंधन समिति के सह संयोजक,

प्रदेश मॉनिटरिंग टीम के सदस्य,

विश्वविद्यालय व प्रोफेसर आयाम के संयोजक
जैसे विभिन्न पदों पर रहते हुए डॉ. राजपुरोहित ने पार्टी को ज़मीनी स्तर पर मजबूती दी।

2018 के विधानसभा चुनावों में 52004 मतदान केन्द्रों का विश्लेषण कर A, B, C और D श्रेणी में बूथों को वर्गीकृत किया और यह रिपोर्ट तत्कालीन प्रदेश नेतृत्व तक पहुँचाई गई। यह रिपोर्ट इतनी व्यावहारिक और सटीक थी कि उसे केंद्रीय नेतृत्व तक भेजा गया।

मीडिया में भाजपा की मुखर आवाज

पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट के रूप में आप 100 से अधिक टीवी डिबेट्स में भाजपा का प्रभावशाली पक्ष रख चुके हैं। चाहे मुद्दा नीति निर्माण का हो या विपक्ष के आरोपों का खंडन — डॉ. राजपुरोहित की उपस्थिति ने संगठन की बातों को तार्किक और सटीक स्वरूप दिया।

चुनावों में डेटा विश्लेषक की भूमिका

वर्ष 2002, 2008, 2013 और 2018 के चुनावों में आपने बिना किसी औपचारिक पद के संगठन को सर्वेक्षण, डाटा संकलन, फीडबैक, ग्राउंड रिपोर्ट और विश्लेषण उपलब्ध कराए। वर्ष 2018 के चुनावी विश्लेषण में आपने यह तक स्पष्ट किया कि कौन सी सीटें कितने मतों से हारी-जीती गईं — 500 से भी कम मतों से लेकर 5000 तक के अंतर वाले आंकड़ों की विस्तृत रिपोर्टिंग की गई।

परिवार भी संगठन से जुड़ा

राजपुरोहित परिवार भी राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों से सक्रिय रहा है —

अग्रज भाई  ओम सिंह राजपुरोहित भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रहे हैं। साथ मीडिया के बीकानेर संभाग के सह-सयोजक है ।

भतीजी दिव्या राजपुरोहित, बीकानेर नगर निगम में पार्षद रही हैं।

संघ और किसान संगठनों से सतत जुड़ाव
भारतीय किसान संघ और संघ के अन्य आनुषांगिक संगठनों से पिछले तीन दशकों से आपका सतत जुड़ाव रहा है, जहाँ आपने सामाजिक समरसता, राष्ट्र निर्माण और संगठन शक्ति के सिद्धांतों को जमीन पर उतारा।

संघर्ष की भूमि से नेतृत्व का निर्माण

डॉ. चेतन राजपुरोहित ने यह सिद्ध किया है कि पर्दे के पीछे रहकर भी संगठन की सफलता में निर्णायक भूमिका निभाई जा सकती है। नारा, पोस्टर या मंच पर नाम भले ना हो, पर जमीनी कार्य और योजना निर्माण में उनकी मौजूदगी आज भी संगठन के कई फैसलों की नींव है।

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