जयपुर के दो फाइव स्टार होटलों को बम से उड़ाने की धमकी, हॉलिडे इन में मौजूद थे राज्य के 3 मंत्री और कई पर्यटक ।
पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए होटल को खाली कराया। होटल परिसर में मौजूद अधिकारियों ने गृह राज्यमंत्री को जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने स्वयं माइक पर अनाउंसमेंट कर सभी को होटल खाली करने के निर्देश दिए।

जयपुर
जयपुर के दो प्रमुख फाइव स्टार होटलों – हॉलिडे इन और रैफल्स – को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। यह धमकी उस वक्त मिली जब हॉलिडे इन होटल में एक निजी कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें राजस्थान के गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम, मंत्री राजेंद्र सिंह विश्नोई और एक विधायक मौजूद थे।
सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए होटल को खाली कराया। होटल परिसर में मौजूद अधिकारियों ने गृह राज्यमंत्री को जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने स्वयं माइक पर अनाउंसमेंट कर सभी को होटल खाली करने के निर्देश दिए। तीनों नेता सुरक्षित रूप से होटल से बाहर निकल गए।
होटल में ठहरे थे सैकड़ों मेहमान, कई देशी-विदेशी पर्यटक भी शामिल
जिस समय धमकी मिली, उस वक्त होटल में कई गेस्ट और पर्यटक भी ठहरे हुए थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी मेहमानों को फौरन होटल से बाहर निकाला गया। टूरिज्म के लिहाज से देखा जाए तो इनमें देश-विदेश से आए पर्यटक भी शामिल थे, जिससे होटल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
कोर्ट को भी मिली थी धमकी
इससे पहले शुक्रवार सुबह जयपुर मेट्रो कोर्ट और फैमिली कोर्ट को भी धमाके की धमकी मिली थी। धमकी एक ईमेल के जरिए भेजी गई थी, जिसमें खुद को पूर्व नक्सली बताने वाले शख्स ने दोपहर 2 बजे तक दोनों कोर्ट में बम विस्फोट की बात कही थी। ईमेल मिलते ही कोर्ट परिसर को खाली करा दिया गया और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान चलाया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से जयपुर बार-बार बना रहे है निशाना ।
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद से जयपुर को कई बार बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। इससे पहले SMS स्टेडियम को सात बार धमकी भरे ईमेल भेजे जा चुके हैं, वहीं SMS अस्पताल को भी बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है।
हर बार की तरह इस बार भी पुलिस और बम निरोधक दस्ते को तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस फिलहाल इन ईमेल्स की जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि ये मेल कहां से और किसके द्वारा भेजे जा रहे हैं।
इस गंभीर घटनाक्रम से जयपुर की सुरक्षा व्यवस्था, खासकर पर्यटन स्थलों और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।