
जयपुर
भजनलाल सरकार की पेपरलीक पर बड़ी कार्रवाई, 292 आरोपी गिरफ्तार — भाजपा नेताओं ने बेनीवाल को घेरा
- जयपुर, 2 मई। राजस्थान में पेपरलीक मामलों को लेकर राज्य की भजनलाल सरकार की कार्रवाई को ऐतिहासिक बताते हुए भाजपा नेताओं ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पर तीखा हमला बोला है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, उद्योग राज्यमंत्री केके विश्नोई और विधायक कैलाश वर्मा ने संयुक्त रूप से बेनीवाल की बयानबाजी को “ओछी राजनीति” करार देते हुए कहा कि अब “सेटिंग्स का खेल” नहीं चलेगा।
भजनलाल सरकार की सख्त कार्रवाई — 292 आरोपी जेल में, 93 लोकसेवक बर्खास्त
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में पेपरलीक माफियाओं पर सख्त कार्रवाई का वादा किया था, जिसे निभाते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार बनते ही एसआईटी का गठन किया। 16 महीनों में 292 आरोपियों को जेल भेजा गया और 93 लोकसेवकों की सेवा समाप्त कर उन्हें भी सलाखों के पीछे डाला गया। परनामी ने कहा कि भाजपा शुचिता की राजनीति में विश्वास रखती है और सभी नेताओं को इसी मर्यादा का पालन करना चाहिए।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भजनलाल सरकार ने अब तक 223 परीक्षाएं आयोजित करवाई हैं और किसी में भी पेपरलीक की घटना सामने नहीं आई। सरकार अब तक 67,000 युवाओं को रोजगार दे चुकी है, जबकि 1.88 लाख भर्तियां पाइपलाइन में हैं।
केके विश्नोई का हमला — ‘विश्वसनीयता खो चुके हैं बेनीवाल’
उद्योग राज्यमंत्री केके विश्नोई ने बेनीवाल पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी विश्वसनीयता युवाओं और समाज के बीच समाप्त हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बेनीवाल केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। विश्नोई ने कहा, “जो व्यक्ति कांग्रेस सरकार के दौरान चुप था, वही आज बेवजह सरकार पर हमला कर रहा है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार की जांच में हनुमान बेनीवाल की भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
कैलाश वर्मा ने कहा — ‘बेनीवाल युवाओं को बरगला रहे हैं’
विधायक कैलाश वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए कृतसंकल्पित है, वहीं बेनीवाल युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है — मुख्यमंत्री ने जो कहा, उसे करके दिखाया है।
भाजपा नेताओं के तीखे बयानों से साफ है कि पार्टी हनुमान बेनीवाल के बयानों को गंभीरता से ले रही है और उसे राजनीतिक साजिश मान रही है। वहीं सरकार की ओर से पेपरलीक मामलों में की गई कार्रवाई को पार्टी आगामी चुनावों में प्रमुख उपलब्धि के रूप में भी पेश कर सकती है।